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2 बार देखना पड़ा असफलता का मुँह लेकिन हर नहीं मानी और क्रेक की UPSC परीक्षा और बनी IAS अधिकारी

IAS Ayushi Pradhan Success Story : Union Public Service Commission सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए जज्बे के साथ-साथ हिम्मत और धैर्य का होना भी बेहद जरूरी है ! आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने यूपीएससी के लिए अपनी अच्छी-खासी नौकरी और एमबीए की पढ़ाई तक छोड़ दी ! हम बात कर रहे हैं आईएएस आयुषी प्रधान की ! आइए जानते हैं इस महिला Indian Administrative Service अधिकारी की सफलता की कहानी !

IAS Ayushi Pradhan Success Story

IAS Ayushi Pradhan Success Story

IAS Ayushi Pradhan Success Story

आयुषी प्रधान ओडिशा के बारीपदा की रहने वाली हैं ! उनका जन्म 02 दिसंबर 1997 को हुआ था ! वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं ! उनके पिता बैंक कर्मचारी हैं और मां गृहिणी हैं ! आयुषी बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थीं !

उन्होंने अपने लिए कुछ सपने देखे थे, जिन्हें पूरा करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की ! वह अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती थीं ! उनके सफर में कई बाधाएं आईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी ! वह एक पल के लिए भी अपने लक्ष्य से दूर नहीं हुईं ! वह हर कदम पर खुद को प्रेरित करती रहीं !

जानिए कैसा रहा आयुषी का बचपन

आयुषी ने Union Public Service Commission परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल कर उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया है जो सोचते थे कि वह दुनिया में सबसे अलग है और क्योंकि वह अपनी आंखों से इस दुनिया को नहीं देख सकती, इसलिए वह कुछ नहीं कर सकती, लेकिन उसने न केवल Indian Administrative Service परीक्षा पास की है बल्कि अच्छी रैंक भी हासिल की है !

आयुषी फिलहाल दिल्ली के मुबारकपुर में एक स्कूल में इतिहास पढ़ाती हैं ! Indian Administrative Service आयुषी को बचपन से ही पढ़ने-लिखने का बहुत शौक था और वह स्कूल से लेकर कॉलेज तक हमेशा टॉप करती रही, वह इससे पहले दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) में भी टॉप कर चुकी है, वह इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती है !

टॉप 50 में बनाई जगह

आयुषी दिल्ली के रानी खेड़ा में रहती हैं और एक स्कूल में लेक्चरर हैं ! स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी भी की, जिसके लिए वह स्कूल से आने के बाद Union Public Service Commission की तैयारी करती थीं और देर रात तक पढ़ाई करती थीं ! आयुषी बचपन से ही दृष्टिहीन हैं, लेकिन उन्होंने कभी खुद को गिरने नहीं दिया, वे हमेशा मेहनत करती रहीं, मुश्किलों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और इसी की बदौलत आज उन्होंने यूपीएससी परीक्षा परिणाम 2021 के टॉप 50 में अपनी जगह बनाई है !

एपीजे अब्दुल कलाम को मानती हैं अपना आदर्श

आयुषी का कहना है कि कई बार लोग दिव्यांगजनों को अलग नजर से देखते हैं, कई लोगों को लगता है कि दिव्यांगजन कुछ नहीं कर सकते, वह ऐसे लोगों की सोच बदलना चाहती हैं और भविष्य में दिव्यांगजनों को बेहतर भविष्य देने के लिए काम करना चाहती हैं !

इतना ही नहीं वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं ! इसके साथ ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का श्रेय अपने माता-पिता, दोस्तों और शिक्षकों को दिया ! जो उनके साथ कड़ी मेहनत करते थे और उनकी मदद करते थे ! साथ ही वह ऑडियो सेशन, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद से पढ़ाई करती थीं !

IAS Ayushi Pradhan Success Story : असफल होने के बाद भी नहीं मानी हार

आयुषी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है और तीनों ही सालों में टॉपर रहीं ! उन्होंने दिल्ली के केशवपुरम स्थित डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (DIET) से पढ़ाई की है ! इसके साथ ही उन्होंने इग्नू से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है !

इतना ही नहीं उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से बीएड भी किया है ! वह बचपन से ही टीचर बनना चाहती थीं ! उन्होंने साल 2015 में सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की, जिसमें उन्हें 3 बार असफलता मिली, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं !

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About the author

Vishal Hariyale

नमस्ते! मेरा नाम विशाल हरियाले है। मुझे लेखन के क्षेत्र में 4 साल का अनुभव है | पिछले 4 साल से विभिन्न वेबसाइट पर अपनी सेवाएं दे रहा हु | मै पर्सनल फाइनेंस, बिज़नेस से सम्बंधित आर्टिकल्स लिखता हु |
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