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मजदूर की लड़की बनी IAS अफसर, मौत के मुंह से बच निकली और पास कर ली UPSC परीक्षा

IAS Savita Pradhan Success Story : Union Public Service Commission की परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है ! हर साल देश भर से लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही अपनी किस्मत बदल पाते हैं ! देश की हालत किसी से छिपी नहीं है, जहां कुछ छात्र अपना बचपन आराम से बिताते हैं, उन्हें पढ़ाई से जुड़ी सभी सुविधाएं मिलती हैं ! वहीं, कुछ छात्र बचपन से ही संघर्ष का महत्व समझते हैं, अपने माता-पिता से सीखते हैं कि मेहनत क्या होती है !

IAS Savita Pradhan Success Story

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IAS और IPS अधिकारियों की उपलब्धियों की प्रेरक कहानियाँ लाखों Union Public Service Commission उम्मीदवारों को प्रेरित करती रहती हैं जो UPSC की तैयारी कर रहे हैं ! आईएएस  सविता प्रधान की सफलता की कहानी न केवल UPSC उम्मीदवारों को बल्कि सभी को प्रेरित करेगी ! Indian Administrative Service सविता सबसे बुद्धिमान अधिकारियों में से एक हैं और उन्हें मध्य प्रदेश में ग्वालियर संभाग का संयुक्त निदेशक बनाया गया है ! अतीत में घरेलू हिंसा का शिकार होने के बावजूद, IAS सविता अपने दृढ़ संकल्प के कारण कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं !

कौन हैं IAS सविता प्रधान

डीएनए में छपे एक लेख के अनुसार, सविता प्रधान का जन्म मध्य प्रदेश के मंडी के एक आदिवासी परिवार में हुआ था ! सविता अपने माता-पिता की तीसरी संतान हैं ! उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी ! सविता की पढ़ाई में रुचि थी और उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की वह अपने गांव की पहली लड़की हैं,

जिसने 10वीं पास की ! स्कूल में उन्हें स्कॉलरशिप मिलती थी और इसी वजह से उनके माता-पिता ने उनकी पढ़ाई नहीं रोकी ! सविता ने 10वीं के बाद जिस स्कूल में पढ़ाई की, वह गांव से 7 किलोमीटर दूर था ! उसके पास किराये के लिए 2 रुपये भी नहीं थे और वह रोज पैदल ही स्कूल जाती थी !

संघ लोक सेवा छोटी उम्र में शादी, घरेलू हिंसा का सामना

सविता अभी पढ़ाई कर रही थी, तभी एक अमीर परिवार से उसके लिए रिश्ता आया ! शादी के बाद सविता की जिंदगी नर्क बन गई ! उसके ससुराल वाले उसके साथ बहुत बुरा व्यवहार करते थे ! उस पर कई पाबंदियां लगा दी गई थीं ! सविता को सबके साथ खाना खाने की इजाजत नहीं थी, वह सबके खाने के बाद ही खा सकती थी !

अगर खाना खत्म हो जाता था, तो उसे दोबारा अपने लिए खाना बनाने की इजाजत नहीं थी ! Indian Administrative Service  उसे जोर से हंसने की भी इजाजत नहीं थी ! हालात ऐसे थे कि सविता चुपके से रोटी लेकर बाथरूम में जाती और वहीं खाती ! सविता का पति भी उसे खूब पीटता था !

आत्महत्या की कोशिश की, सास ने नहीं रोका

न्यूज18 के लेख के अनुसार, सविता के गर्भवती होने के बाद भी अत्याचार कम नहीं हुए ! दो बच्चों के जन्म के बाद भी उसका पति उसे पीटता था ! सविता इतनी तंग आ गई कि उसने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया ! वह फांसी लगाने ही वाली थी कि उसने देखा कि उसकी सास खिड़की से देख रही है, लेकिन उस महिला ने सविता को नहीं रोका !

IAS Savita Pradhan Success Story : पहले प्रयास में UPSC पास किया

इस घटना ने सविता की पूरी सोच बदल दी ! उसने सोचा कि वह अपनी जिंदगी क्यों बर्बाद कर रही है ! उसने अपने दोनों बच्चों को उठाया और ससुराल से निकल गई ! पार्लर में काम करने के साथ-साथ उसने फिर से पढ़ाई शुरू कर दी ! उसने इंदौर यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स किया ! सविता ने अपने पहले प्रयास में Union Public Service Commission पास कर लिया !

चार महीने के बच्चे के साथ पहुंची काम पर

2017 में जब Indian Administrative Service सविता प्रधान मध्य प्रदेश के नीमच जिले की सीएमओ थीं, तब वह अपने चार महीने के बच्चे के साथ काम पर पहुंचीं ! सविता छुट्टी ले सकती थीं, लेकिन उन्होंने ड्यूटी से छुट्टी नहीं ली और न ही मातृत्व से समझौता किया ! मंदसौर सीएमओ रहते हुए भी वे चर्चा में रहीं ! उन्होंने मंदसौर में माफिया और अफीम तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की ! उन्होंने करोड़ों की अवैध संपत्ति भी ध्वस्त करवाई !

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About the author

Vishal Hariyale

नमस्ते! मेरा नाम विशाल हरियाले है। मुझे लेखन के क्षेत्र में 4 साल का अनुभव है | पिछले 4 साल से विभिन्न वेबसाइट पर अपनी सेवाएं दे रहा हु | मै पर्सनल फाइनेंस, बिज़नेस से सम्बंधित आर्टिकल्स लिखता हु |
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